Sunday, 8 April 2018

गरीबों की मसीहा और महिलाओं की प्रेरणा है कूल्लु की कमलेश वर्मा (परी)






कोमल है कमजोर नहीं तू , 
शक्ति का नाम ही नारी है ! 
जग को जीवन देने बाली , 
मौत भी तुझसे हारी है ! 

इन पंक्तियों पर खरी उतरती है जिला कूल्लु की कमलेश वर्मा (परी) । बचपन से ही मानवता सेवा की भावना लिए परी आज अपने आप में एक प्रेरणा है । निर्धन /असहाय लोगों की मदद के लिए हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़ी रहने वाली परी दैनिक जागरण समाचार पत्र में बतौर पत्रकार कार्य करती है । इससे पहले आपका फ़ैसला समाचार पत्र में भी पारी ने अपनी उत्कृष्ठ सेवाएं प्रदान की है । अपनी प्रखर ,स्टीक पत्रकारिता के माध्यम से जहाँ परी समाज की कुरीतियों को दूर करने ,लोगों की समस्याओं को सुलझाने में प्रयासरत है वहीं क्षेत्र का नाम रोशन करने वालों के जोश और जूनून को भी आमजनमानस तक पहुंचाने का कार्य बख़ूबी कर रही है । परी सभी महिलाओं /नारियों के लिए अपने आप में एक बड़ी प्रेरणा है। 
परी का प्रकृति के साथ भी गहरा रिश्ता है ,यही कारण है कि पर्यावरण संरक्षण के मुदों को न केवल अपनी पत्रकारिता के माध्यम से लोगों तक पहुंचाती है अपितु प्रैस क्लब कूल्लु की ओर से पर्यावरण संरक्षण की एक मुहीम में परी ने 18000 फ़ुट ऊँची चोटी मुलिंग पर फ़तह पा कर पश्चिमी हिमालय में पर्यावरण और बेटी संरक्षण का सन्देश भी दिया । इस दौरान परी ने अपनी तीन सदस्यीय टीम (जिसमें 2 बेटियां) के साथ विभिन्न गाँव में पर्यावरण को बचाने और बेटी है अनमोल ,बेटी है तो कल है जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ग्रामीणों की मानसकिता परिवतर्न का कार्य किया ।
परी की कार्यकुशलता और कर्तव्यपरायणता को देखते हुए इन्हें इनके सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए हिमतरु राज्य पुरस्कार से भी नावाज़ा जा चुका है । कई बड़ी नामी संस्थाओं ने भी परी को महिला सशक्तिकरण ,पर्यावरण संरक्षण,बेटी संरक्षण और सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया है । इतना ही नहीं परी ने आल इंडिया महिला पत्रकार सेमिनार नई दिल्ली में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था । 
गरीब/असहाय और ज़रूरतमंदों के लिए परी एक मसीहा है । आये दिन न केवल रक्तदान जैसा पुण्य कार्य करके दूसरों के लिए अपने जीवन को जी रही है अपितु ज़रूरत पड़ने पर लोगों की आर्थिक मदद भी कर रही है । अंतर्राष्ट्रीय कूल्लु दहशरा की नाटी में भी परी ने अहम् भूमिका निभाई थी जिसे आज गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का तमगा हासिल है। यही कारण है कि आज परी महिलाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनकर उभरी है । महिला उत्थान और महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में परी वर्मा समय समय पर अपना बहुमूल्य योगदान दे रही है । 

  • सभी महिलाओं से परी सिर्फ यही कहना चाहती है कि : " आज हम इक्कीसवीं सदी में जी रहे हैं । जिस युग को आधुनिकता का युग कहते हैं । घोर कलियुग भी कह सकते हैं । इस युग में स्त्री - पुरुषों को समान अधिकार हैं । स्त्रियाँ किसी भी मामले में आज पुरुषों से पीछे नहीं हैं । आज कई क्षेत्रों में नारी ने पुरुषों को पछाड़ दिया है ।आज की नारी और उसकी शक्ति और महत्व को कम आंकना गलत होगा । समाज के उत्थान में नारी शक्ति का एक बड़ा योगदान है । तो आइये हम सब संगठित होकर एक नव राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करते हैं । "
"आनी टुडे" की ओर से बहुमुखी प्रतिभा की मूर्ति कमलेश वर्मा (परी) को उनके उज्जवल भविष्य के लिए मंगलकामनाएं 💐👌

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