Wednesday, 18 April 2018

रख हौसला वो मंज़र भी आएगा, प्यासे के पास चलके समंदर भी आएगा, थककर ना बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर, मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा.

कुल्लू जिला के आनी के डॉ बीएल ठाकुर बीसीसीआई में बतौर स्पोर्ट्स फिजियो अपनी सेवाएं दे अपने हौंसलों को उड़ान दे रहे हैं। इस मुकाम तक पहुंचने वाले वे इस क्षेत्र के इकलौते और हिमाचल के दूसरे युवा बने हैं। डॉ बीएल ठाकुर को दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई द्वारा आयोजित नेशनल क्रिकेट अकादमी कैम्प (अंडर 19 ) में बतौर स्पोर्ट्स फिजियो नियुक्त किया गया है। वे 18 अप्रैल से 16 मई तक धर्मशाला में चलने वाले कैम्प में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस जिम्मेवारी के लिए पूरे देश से केवल दो ही फिजियोथेरेपिस्ट का चयन हुआ है। डॉ बीएल ठाकुर ने धर्मशाला स्थित अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अब तक के सभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में बतौर मेडिकल कमेटी और एन्टी डोपिंग टीम के सदस्य के रूप में सेवाएं दी हैं। ठाकुर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता की सपोर्ट और आशीर्वाद के अलावा अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन, बैंक में असिस्टेंट मैनेजर तैनात अपनी प|ी साक्षी ठाकुर की सपोर्ट और भाई को दिया है। 23 वर्ष की उम्र में खेल को अपना कैरियर बना चुके डॉ बीएल ठाकुर ने युवाओं को नशे से दूर रहकर खेलों को जीवन मे अहम भूमिका देने का सन्देश दिया है। उ युवा अपने जीवन का बहुत सा समय पढ़ाई,लिखाई के बाद सिविल सर्विसेज, बैंकिंग, इंजीनियरिंग, डॉक्टरी, प्रतियोगिताओं की तैयारियों में खर्च कर रहे हैं। धर्मशाला में आज से शुरू अंडर 19 नेशनल क्रिकेट अकादमी कैम्प में दे रहे सेवाएं खेल मंे स्पोर्ट्स फिजियो का अहम रोल : डॉ ठाकुर डॉक्टर बीएल ठाकुर का कहना है कि क्रिकेट का खेल दुनिया में ग्लैमर, दौलत और शोहरत से भरा हुआ है। आज हर कोई क्रिकेटर बन कर पैसा और शोहरत कमाना चाहता है। लेकिन लगातार खेलने के दौरान कई बार चोटिल हो जाते हैं , या फिर अपनी चोट को अनदेखा कर अपना भविष्य तक दांव पर लगा देते हैं। लेकिन एक स्पोर्ट्स फिजियो के तौर पर अपनी सेवाएं देकर डॉ बीएल ठाकुर ना केवल खिलाड़ी को स्वस्थ और फिट रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि अपने बचपन के शोक को जिंदा रखे हुए हैं। बीसीसीआई द्वारा क्रिकेटर का करियर लम्बा करने और चोट के कारण खिलाड़ी को ना खोने के चलते ही स्पोर्ट्स फिजियो नियुक्त किये हैं। जिनकी जिम्मेवारी खिलाड़ी पर पैनी नजर रखकर उसकी चोट को ठीक करने और चोट को लगने से रोकने को लेकर रहती है। 2010 में लेवल-1 को किया प्रथम श्रेणी में पास जीवन मे आगे बढ़ते रहने और अपने लक्ष्य को हासिल करने की ललक के चलते बीएल ठाकुर 2010 में बीसीसीआई द्वारा आयोजित स्पोर्ट्स फिजियो के लेवल-1 कोर्स को प्रथम श्रेणी में पास कर डाला और 2011 में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ( एचपीसीए ) में उनकी बतौर स्पोर्ट्स फिजियो उनकी नियुक्ति हो गयी। डॉ बीएल ठाकुर की सफलता का सिलसिला यहीं नहीं थमा ,बल्कि बीसीसीआई की ओर से 2013 में नेशनल क्रिकेट अकादमी बंगलोर में अंडर19 कैम्प के लिए चयन हुआ। वहीं 2015-16-17 में नार्थ जोन जोनल क्रिकेट अकादमी के हेड फिजियो बने। जबकि डॉ बीएल ठाकुर ने 2017 में बीसीसीआई द्वारा आयोजित ट्रिपल एसएम कोर्स भी प्रथम श्रेणी से पास कर दिखाया।

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